PCOD Full Form in Hindi : जानिए पीसीओडी की फुल फॉर्म, लक्षण और कारण

published on
July 2, 2024
4 Minutes
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PCOD का फुल फॉर्म पॉलीसिस्टिक ओवरी डिजिज ( पीसीओडी )  यानी बहुकोशिक अंडाशय रोग है

पीसीओडी एक ऐसी स्थिति है जो महिलाओं के गर्भाशय में हार्मोन्स के असंतुलन के कारण होती है। यह स्थिति अंडाशयों में छोटी-छोटी तरल पदार्थ से भरी थैलियों के निर्माण का कारण बनती है, जिन्हें सिस्ट कहा जाता है। पीसीओडी महिलाओं में होने वाली सबसे आम हार्मोनल गड़बड़ी है। यह 12 से 45 वर्ष की आयु की महिलाओं में लगभग 10% महिलाओं को प्रभावित करती है।

पीसीओडी के लक्षण क्या हैं?

पीसीओडी के लक्षण महिलाओं में भिन्न हो सकते हैं। कुछ महिलाओं में कोई लक्षण नहीं होते हैं। पीसीओडी के कुछ सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:

  • अनियमित माहवारी या माहवारी न होना
  • दर्दभरा और लम्बा मासिक धर्म
  • चेहरे पर अनचाहे बाल
  • मुंहासे
  • पेल्विक दर्द
  • वजन बढ़ना, खासकर पेट के आसपास
  • संतान प्राप्ति में कठिनाई

पीसीओडी के कारण क्या हैं?

पीसीओडी के सटीक कारण अज्ञात हैं, लेकिन यह माना जाता है कि कई कारकों का योगदान होता है, जिनमें शामिल हैं:

  • इंसुलिन प्रतिरोध: इंसुलिन एक हार्मोन है जो शरीर को रक्त शर्करा (ग्लूकोज) को कोशिकाओं में ले जाने में मदद करता है। पीसीओडी से ग्रस्त महिलाओं में अक्सर इंसुलिन प्रतिरोध होता है, जिसका अर्थ है कि उनका शरीर इंसुलिन का प्रभावी ढंग से उपयोग नहीं कर सकता है।
  • एंड्रोजन अधिकता: एंड्रोजन पुरुष हार्मोन हैं। पीसीओडी से ग्रस्त महिलाओं में अक्सर एंड्रोजन का अधिक स्तर होता है, जिससे अनचाहे बाल, मुंहासे और संतान प्राप्ति में कठिनाई जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
  • अंडाशय की शिथिलता: पीसीओडी से ग्रस्त महिलाओं में अंडाशय ठीक से काम नहीं कर सकते हैं। यह अनियमित माहवारी और सिस्ट के निर्माण का कारण बन सकता है।

पीसीओडी का निदान कैसे किया जाता है?

पीसीओडी का निदान करने के लिए, डॉक्टर आपके मेडिकल इतिहास की समीक्षा करेंगे, आपका शारीरिक परीक्षण करेंगे और रक्त परीक्षण का आदेश देंगे। एक अल्ट्रासाउंड का उपयोग आपके अंडाशय में सिस्ट की उपस्थिति को देखने के लिए भी किया जा सकता है।

पीसीओडी का इलाज कैसे किया जाता है?

पीसीओडी का कोई इलाज नहीं है, लेकिन लक्षणों को प्रबंधित करने के लिए कई उपचार विकल्प उपलब्ध हैं। उपचार आपके व्यक्तिगत लक्षणों और स्थिति की गंभीरता पर निर्भर करेगा। उपचारों में शामिल हैं:

  • जीवनशैली में बदलाव: स्वस्थ वजन बनाए रखने, नियमित व्यायाम करने और स्वस्थ आहार खाने से पीसीओडी के लक्षणों को प्रबंधित करने में मदद मिल सकती है।
  • हार्मोन थेरेपी: हार्मोन थेरेपी का उपयोग मासिक धर्म को नियंत्रित करने, मुंहासों को कम करने और अनचाहे बालों के विकास को रोकने में मदद के लिए किया जा सकता है।
  • मेटफॉर्मिन: मेटफॉर्मिन एक ऐसी दवा है जो इंसुलिन प्रतिरोध को सुधारने में मदद कर सकती है। मेटफॉर्मिन का उपयोग संतान प्राप्ति में कठिनाई होने वाली महिलाओं में भी किया जा सकता है।
  • दर्द निवारक: दर्द निवारक दवाओं का उपयोग पीसीओडी से जुड़े पेल्विक दर्द को दूर करने में मदद के लिए किया जा सकता है।

पीसीओडी को कैसे रोका जा सकता है?

पीसीओडी को रोका नहीं जा सकता है, लेकिन स्वस्थ जीवनशैली विकल्प चुनने से लक्षणों को प्रबंधित करने और जटिलताओं के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है। इनमें शामिल हैं:

  • स्वस्थ वजन बनाए रखना: वजन कम करने से पीसीओडी के कई लक्षणों, जैसे कि अनियमित माहवारी, मुंहासे और अनचाहे बालों के विकास को सुधारने में मदद मिल सकती है।
  • नियमित व्यायाम करना: व्यायाम से इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करने में मदद मिल सकती है, जो पीसीओडी का एक प्रमुख कारक है।
  • स्वस्थ आहार खाना: स्वस्थ आहार में फाइबर, फल और सब्जियां अधिक मात्रा में शामिल हों और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों, चीनी और अस्वस्थ वसा से बचना चाहिए।

पीसीओडी से ग्रस्त महिलाओं के लिए एक सहायक समूह ढूँढना भी सहायक हो सकता है। एक सहायक समूह आपको अन्य महिलाओं से जुड़ने और अनुभवों को साझा करने का अवसर प्रदान करेगा जो पीसीओडी के साथ रह रही हैं।

याद रखें, पीसीओडी के साथ रहना संभव है। स्वस्थ जीवनशैली विकल्प चुनने और अपने डॉक्टर के साथ मिलकर काम करने से आप अपने लक्षणों को प्रबंधित कर सकती हैं और एक स्वस्थ, खुशहाल जीवन जी सकती हैं।

Key takeaways