एमआरआई का पूरा नाम मैग्नेटिक रेज़ोनेंस इमेजिंग है । एमआरआई को एनएमआरआई (परमाणु चुंबकीय अनुनाद इमेजिंग) या एमआरटी (चुंबकीय अनुनाद टोमोग्राफी) के रूप में भी जाना जाता है। एमआरआई एक नैदानिक इमेजिंग तकनीक है जिसका उपयोग रेडियोलॉजी में एक्स-रे की तुलना में शरीर की आंतरिक संरचनाओं के बारे में अधिक जानकारी स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करने के लिए किया जाता है। इसका उपयोग बीमारी और स्वास्थ्य दोनों में शरीर की शारीरिक रचना और शारीरिक कार्यों का प्रतिनिधित्व करने के लिए किया जा सकता है।
एमआरआई क्या है?
एमआरआई का फुल फॉर्म मैग्नेटिक रेसोनेंस इमेजिंग (Magnetic Resonance Imaging) है। यह शरीर के अंदर के अंगों और ऊतकों की उच्च-रिज़ॉल्यूशन छवियां बनाने के लिए शक्तिशाली चुंबक और रेडियो तरंगों का उपयोग करता है। एमआरआई का उपयोग विभिन्न प्रकार की चिकित्सा स्थितियों का निदान करने के लिए किया जाता है, जिसमें शामिल हैं:
- मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी के रोग
- हृदय रोग
- कैंसर
- जोड़ों और मांसपेशियों की चोटें
- संक्रमण
- जन्मजात विकृतियां
एमआरआई एक गैर-आक्रामक और दर्द रहित प्रक्रिया है। यह एक्स-रे की तुलना में अधिक विस्तृत छवियां प्रदान करता है और इसमें विकिरण का उपयोग नहीं होता है।
एमआरआई में रेडिएशन का उपयोग नहीं किया जाता है
यह एमआरआई को एक्स-रे की तुलना में अधिक सुरक्षित बनाता है, जो विकिरण का उपयोग करता है। विकिरण से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है, खासकर बच्चों में। एमआरआई गर्भवती महिलाओं के लिए भी सुरक्षित है, जब तक कि कुछ विशेष परिस्थितियां न हों।
एमआरआई जांच के दौरान क्या अपेक्षित है
एमआरआई जांच के दौरान, आपको एक मेज पर लेटना होगा जो एक बड़े चुंबक के अंदर घूमती है। आपको शांत रहना होगा और ज़्यादा हिलना-डुलना नहीं होगा। जांच के दौरान आपको थोड़ी ज़ोर की आवाज़ें सुनाई दे सकती हैं। एमआरआई जांच आमतौर पर 30 मिनट से 1 घंटे तक चलती है।
यहां कुछ चीजें हैं जो आपको एमआरआई जांच से पहले ध्यान में रखनी चाहिए:
- आपको अपने डॉक्टर को बताना होगा कि क्या आपके शरीर में कोई धातु की वस्तुएं हैं, जैसे कि कृत्रिम जोड़ या पेसमेकर।
- आपको एमआरआई जांच के लिए कुछ घंटों तक उपवास करना पड़ सकता है।
- आपको आरामदायक कपड़े पहनने चाहिए जिनमें कोई धातु न हो।
यहां कुछ चीजें हैं जो आपको एमआरआई जांच के बाद ध्यान में रखनी चाहिए:
- आपको थोड़ा थकान महसूस हो सकती है।
- आपको कुछ घंटों तक ज़्यादा पानी पीना चाहिए।
- आपको अपने डॉक्टर से पूछना चाहिए कि आपको कब तक अपनी सामान्य गतिविधियों को फिर से शुरू करना चाहिए।
एमआरआई एक महत्वपूर्ण नैदानिक उपकरण है जो डॉक्टरों को विभिन्न प्रकार की चिकित्सा स्थितियों का निदान करने में मदद करता है। यह एक सुरक्षित और प्रभावी प्रक्रिया है जो एक्स-रे की तुलना में अधिक विस्तृत छवियां प्रदान करती है।
एमआरआई का उपयोग कब किया जाता है?
एमआरआई का उपयोग शरीर के विभिन्न हिस्सों की छवियां बनाने के लिए किया जाता है। यह एक गैर-आक्रामक प्रक्रिया है जो विकिरण का उपयोग नहीं करती है। एमआरआई का उपयोग निम्नलिखित स्थितियों के निदान के लिए किया जा सकता है:
- मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी की समस्याएं
- हृदय रोग
- कैंसर
- जोड़ों की समस्याएं
- पेट और आंतों की समस्याएं
- स्त्री रोग संबंधी समस्याएं
- कान, नाक और गले की समस्याएं
एमआरआई का आविष्कार किसने किया?
एमआरआई का आविष्कार पॉल लाऊटरब और पीटर मनस्फील्ड ने 1973 में किया था। उन्होंने एक ऐसे उपकरण का विकास किया जो शरीर के अंदर चुंबकीय क्षेत्र और रेडियो तरंगों का उपयोग करके छवियां बना सकता था।
क्या है MRI स्कैन?
MRI स्कैन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें शरीर को एक शक्तिशाली चुंबकीय क्षेत्र में रखा जाता है। फिर, शरीर को रेडियो तरंगों के एक छोटे से पैटर्न का उपयोग करके उत्तेजित किया जाता है। शरीर में मौजूद हाइड्रोजन परमाणुओं से वापस आने वाली रेडियो तरंगों को एक कंप्यूटर द्वारा छवियों में परिवर्तित किया जाता है।
MRI स्कैन से पहले?
MRI स्कैन से पहले, आपको अपने चिकित्सक से बात करनी चाहिए। आपको अपनी चिकित्सा स्थिति, दवाओं और धातु के किसी भी उपकरण के बारे में बताना चाहिए जो आपके पास हो सकते हैं। यदि आप गर्भवती हैं या स्तनपान करा रही हैं, तो आपको अपने चिकित्सक को भी सूचित करना चाहिए।
मशीन कितनी तरह की?
MRI मशीन दो प्रकार की होती हैं:
- बंद MRI मशीन: इस प्रकार की मशीन एक लंबी, ट्यूब जैसी होती है। रोगी को ट्यूब में लेटा दिया जाता है और एक चुंबकीय क्षेत्र के अंदर रखा जाता है।
- खुली MRI मशीन: इस प्रकार की मशीन बंद MRI मशीन की तुलना में कम शक्तिशाली चुंबकीय क्षेत्र का उपयोग करती है। यह मशीन उन लोगों के लिए अधिक आरामदायक हो सकती है जो बंद MRI मशीन में नहीं रह सकते हैं।
MRI स्कैन में क्या होता है?
MRI स्कैन आमतौर पर 30 मिनट से एक घंटे तक का होता है। स्कैन के दौरान, आपको शांति से लेटा रहने की आवश्यकता होती है। मशीन कुछ शोर कर सकती है, लेकिन यह आमतौर पर असुविधाजनक नहीं होता है।
स्कैन के दौरान, आपके शरीर को कई बार रेडियो तरंगों के एक छोटे से पैटर्न का उपयोग करके उत्तेजित किया जाएगा। आप कुछ झुनझुनी या गर्मी की भावना महसूस कर सकते हैं।
स्कैन पूरा होने के बाद, आपको कुछ मिनट आराम करने के लिए कहा जाएगा। फिर, आपका चिकित्सक छवियों की व्याख्या करेगा।
कब और क्यों ख़तरनाक होती है ये मशीन?
एमआरआई मशीन आमतौर पर सुरक्षित होती हैं, लेकिन कुछ स्थितियों में वे खतरनाक हो सकती हैं। यदि आपके पास निम्नलिखित में से कोई भी चीज है, तो आपको अपने चिकित्सक से बात करनी चाहिए:
- धातु के किसी भी उपकरण को शरीर के अंदर रखा गया है, जैसे कि पेसमेकर या शल्य चिकित्सा के लिए धातु के टुकड़े
- धातु के किसी भी उपकरण को शरीर के करीब रखा गया है, जैसे कि सुनने में सहायता के लिए कान के मैग्नेट
- कुछ प्रकार की दवाएं, जैसे कि आयरन की गोलियां
- कुछ प्रकार की चिकित्सा स्थितियां, जैसे कि तीव्र श्वसन समस्याएं या लकवा
यदि आपके पास इनमें से कोई भी चीज है, तो आपको एमआरआई स्कैन नहीं करवाना चाहिए या आपको विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता हो सकती है।
एमआरआई एक शक्तिशाली चिकित्सा उपकरण है जो शरीर के अंदर की छवियां बनाने के लिए उपयोग किया जाता है। यह कई स्थितियों के निदान में मदद कर सकता है। एमआरआई स्कैन आमतौर पर सुरक्षित होते हैं, लेकिन कुछ स्थितियों
निष्कर्ष
एमआरआई एक महत्वपूर्ण चिकित्सा उपकरण है जो डॉक्टरों को शरीर के अंदर की समस्याओं का निदान और उपचार करने में मदद कर सकता है. यदि आपको कोई स्वास्थ्य समस्या है, तो अपने डॉक्टर से बात करें कि क्या एमआरआई स्कैन आपके लिए सही है या नहीं.
FAQs
1. एमआरआई में कितना खर्च आता है?
एमआरआई का खर्च कई कारकों पर निर्भर करता है, जैसे कि शहर, अस्पताल, एमआरआई मशीन का प्रकार, और जांच का प्रकार। भारत में, एमआरआई की लागत 5,000 रुपये से लेकर 25,000 रुपये तक हो सकती है।
2. MRI कराने से क्या क्या पता चलता है?
एमआरआई का उपयोग शरीर के किसी भी भाग की विस्तृत तस्वीरें लेने के लिए किया जा सकता है। यह डॉक्टरों को विभिन्न प्रकार की चिकित्सा स्थितियों का निदान करने में मदद करता है, जिनमें शामिल हैं:
- मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी के रोग
- हृदय रोग
- कैंसर
- जोड़ों और मांसपेशियों की चोटें
- संक्रमण
- जन्मजात विकृतियां
3. एमआरआई और सीटी स्कैन में क्या अंतर है?
एमआरआई और सीटी स्कैन दोनों ही शरीर के अंदर की तस्वीरें लेने के लिए उपयोग किए जाते हैं। एमआरआई रेडियो तरंगों का उपयोग करता है, जबकि सीटी स्कैन एक्स-रे का उपयोग करता है। एमआरआई नरम ऊतकों की बेहतर तस्वीरें लेता है, जबकि सीटी स्कैन हड्डियों और घने ऊतकों की बेहतर तस्वीरें लेता है।
4. MRI कितने प्रकार का होता है?
कई प्रकार के एमआरआई होते हैं, जिनमें शामिल हैं:
- 1.5 टेस्ला एमआरआई: यह सबसे आम प्रकार का एमआरआई है।
- 3 टेस्ला एमआरआई: यह 1.5 टेस्ला एमआरआई की तुलना में अधिक विस्तृत तस्वीरें लेता है।
- खुले एमआरआई: यह उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो क्लस्ट्रोफोबिया (confined spaces का डर) से पीड़ित हैं।