MBBS Full form in Medical: अन्य क्षेत्रों की तुलना में मेडिकल क्षेत्र काफी चुनौतीपूर्ण है। डॉक्टर बनना कभी भी आसान नहीं रहा है। डॉक्टर बनने के लिए सबसे पहला ख्याल MBBS डिग्री का आता है। जो उम्मीदवार मेडिकल क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं वह 12वीं बोर्ड परीक्षा पास करने के बाद नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट, अंडरग्रेडजुएट (NEET UG) में सफल होने के बाद इस कोर्स में दाखिला ले सकते हैं।
आज हम आपकी इसी कंफ्यूजन को दूर करेंगे। दरअसल MBBS शब्द की उत्पत्ति लैटिन भाषा में हुई है, जिसका अर्थ है 'मेडिसिने बैकालॉरियस, बैकालॉरियस चिरुर्गिया' यानी 'Medicinae Baccalaureus, Baccalaureus Chirurgiae', बता दें, मेडिकल में एमबीबीएस की इसी फुल फॉर्म को प्राथमिकता दी जाती है।
M – Medicinae
B – Baccalaureus
B – Baccalaureus
S – Chirurgiae
MBBS का फुल फॉर्म क्या है?
MBBS का फुल फॉर्म है बैचलर ऑफ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ सर्जरी। यह एक स्नातक डिग्री है जो चिकित्सा के क्षेत्र में डॉक्टर बनने के लिए आवश्यक है। MBBS डिग्री धारक को चिकित्सा के सिद्धांतों और प्रथाओं में व्यापक ज्ञान और कौशल प्राप्त होता है। वे मानव शरीर के कार्य, रोगों के निदान और उपचार, और सर्जरी में प्रशिक्षित होते हैं।
MBBS कोर्स की विशेषताएँ
MBBS कोर्स आमतौर पर पांच साल और छह महीने का होता है, जिसमें एक साल की इंटर्नशिप शामिल होती है। कोर्स की शुरुआत में छात्रों को बुनियादी चिकित्सा विज्ञान, जैसे कि शरीर रचना विज्ञान, शरीर विज्ञान, और रसायन विज्ञान में प्रशिक्षित किया जाता है। बाद में, वे रोग विज्ञान, चिकित्सा, और सर्जरी जैसे अधिक उन्नत विषयों का अध्ययन करते हैं।
MBBS कोर्स की कुछ प्रमुख विशेषताएँ इस प्रकार हैं:
- व्यापक पाठ्यक्रम: MBBS कोर्स छात्रों को चिकित्सा के क्षेत्र में व्यापक ज्ञान और कौशल प्रदान करता है। इसमें बुनियादी चिकित्सा विज्ञान के साथ-साथ उन्नत विषयों, जैसे कि रोग विज्ञान, चिकित्सा, और सर्जरी का अध्ययन शामिल होता है।
- प्रैक्टिकल ट्रेनिंग: MBBS कोर्स में छात्रों को व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करने के लिए पर्याप्त अवसर प्रदान किए जाते हैं। वे प्रयोगशालाओं में काम करते हैं, रोगियों को देखते हैं, और सर्जिकल प्रक्रियाओं में भाग लेते हैं।
- चिकित्सकीय पेशे के लिए तैयारी: MBBS कोर्स छात्रों को चिकित्सा पेशे के लिए तैयार करता है। वे मानव शरीर के कार्य, रोगों के निदान और उपचार, और सर्जरी में प्रशिक्षित होते हैं।
MBBS एलिजिबिलिटी क्राइटीरिया
MBBS में प्रवेश के लिए छात्रों को निम्नलिखित योग्यताएं पूरी करनी होती हैं:
- 12वीं कक्षा में भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, और जीव विज्ञान में कम से कम 50% अंक प्राप्त करना।
- NEET (राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा) में उत्तीर्ण होना।
MBBS सामान्य काउन्सेलिंग
NEET में उत्तीर्ण होने वाले उम्मीदवारों को MBBS में प्रवेश के लिए सामान्य काउन्सेलिंग में भाग लेना होता है। सामान्य काउन्सेलिंग में, उम्मीदवारों को अपने पसंद के कॉलेजों और पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन करना होता है। उन्हें अपने अंकों और कॉलेज की रैंकिंग के आधार पर आवंटित किया जाता है।
MBBS के बाद के करियर विकल्प
MBBS डिग्री धारक विभिन्न चिकित्सा क्षेत्रों में करियर का पीछा कर सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
- चिकित्सक: MBBS डिग्री धारक आमतौर पर चिकित्सक के रूप में काम करते हैं। वे रोगियों का निदान और उपचार करते हैं, और दवा लिखते हैं।
- सर्जन: सर्जन सर्जरी करने में प्रशिक्षित होते हैं। वे चोटों, बीमारियों, और विकारों का इलाज करने के लिए सर्जिकल प्रक्रियाओं का उपयोग करते हैं।
- चिकित्सकीय विशेषज्ञ: MBBS डिग्री धारक चिकित्सा के विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञता प्राप्त कर सकते हैं, जैसे कि बाल चिकित्सा, स्त्री रोग, और मनोविज्ञान।
- स्वास्थ्य सेवा प्रबंधक: स्वास्थ्य सेवा प्रबंधक स्वास्थ्य सेवा सुविधाओं का प्रबंधन करते हैं। वे कर्मचारियों, बजट, और उपकरणों की निगरानी करते हैं।
MBBS का एडमिशन की प्रक्रिया
MBBS में प्रवेश के लिए छात्रों को निम्नलिखित प्रक्रिया से गुजरना होता है:
- 12वीं कक्षा में भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, और जीव विज्ञान में कम से कम 50% अंक प्राप्त करना।
- NEET (राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा) में उत्तीर्ण होना।
- सामान्य काउंसलिंग में भाग लेना।
NEET
NEET एक कंप्यूटर आधारित परीक्षा है जो राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित की जाती है। यह परीक्षा छात्रों की बुनियादी चिकित्सा विज्ञान की समझ का मूल्यांकन करती है। NEET में उत्तीर्ण होने वाले उम्मीदवारों को MBBS में प्रवेश के लिए सामान्य काउंसलिंग में भाग लेने का अवसर मिलता है।
सामान्य काउंसलिंग
सामान्य काउंसलिंग में, उम्मीदवारों को अपने पसंद के कॉलेजों और पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन करना होता है। उन्हें अपने अंकों और कॉलेज की रैंकिंग के आधार पर आवंटित किया जाता है।
MBBS योग्यता
MBBS में प्रवेश के लिए छात्रों को निम्नलिखित योग्यताएं पूरी करनी होती हैं:
- भारतीय नागरिक होना।
- 12वीं कक्षा में भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, और जीव विज्ञान में कम से कम 50% अंक प्राप्त करना।
- NEET में उत्तीर्ण होना।
MBBS मेडिकल कॉलेज
भारत में MBBS के लिए कई मेडिकल कॉलेज हैं। इनमें सरकारी मेडिकल कॉलेज, निजी मेडिकल कॉलेज, और डीम्ड विश्वविद्यालय शामिल हैं। सरकारी मेडिकल कॉलेजों की फीस निजी मेडिकल कॉलेजों की तुलना में कम होती है।
MBBS फीस
MBBS की फीस कॉलेज के प्रकार और स्थान के आधार पर भिन्न होती है। सरकारी मेडिकल कॉलेजों में फीस आमतौर पर 20,000 रुपये से 2,00,000 रुपये प्रति वर्ष के बीच होती है। निजी मेडिकल कॉलेजों में फीस आमतौर पर 50,000 रुपये से 10,00,000 रुपये प्रति वर्ष के बीच होती है।
MBBS के बाद के करियर विकल्प
MBBS डिग्री धारक विभिन्न चिकित्सा क्षेत्रों में करियर का पीछा कर सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
- चिकित्सक: MBBS डिग्री धारक आमतौर पर चिकित्सक के रूप में काम करते हैं। वे रोगियों का निदान और उपचार करते हैं, और दवा लिखते हैं।
- सर्जन: सर्जन सर्जरी करने में प्रशिक्षित होते हैं। वे चोटों, बीमारियों, और विकारों का इलाज करने के लिए सर्जिकल प्रक्रियाओं का उपयोग करते हैं।
- चिकित्सा विशेषज्ञ: MBBS डिग्री धारक चिकित्सा के विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञता प्राप्त कर सकते हैं, जैसे कि बाल चिकित्सा, स्त्री रोग, और मनोविज्ञान।
- स्वास्थ्य सेवा प्रबंधक: स्वास्थ्य सेवा प्रबंधक स्वास्थ्य सेवा सुविधाओं का प्रबंधन करते हैं। वे कर्मचारियों, बजट, और उपकरणों की निगरानी करते हैं।
MBBS सिलेबस
MBBS के सिलेबस में शामिल प्रमुख विषयों में शामिल हैं:
- शरीर रचना विज्ञान: मानव शरीर की संरचना और कार्य का अध्ययन।
- शरीर विज्ञान: मानव शरीर के कार्यों का अध्ययन।
- रसायन विज्ञान: पदार्थों के गुणों और व्यवहार का अध्ययन।
- जैव रसायन विज्ञान: जीवित जीवों में रसायन विज्ञान का अध्ययन।
- आणविक जीव विज्ञान: जीवित जीवों के आणविक स्तर पर कार्य का अध्ययन।
- जनन विज्ञान: जीवों के आनुवंशिकी का अध्ययन।
- भ्रूण विज्ञान: भ्रूण के विकास का अध्ययन।
- पशु विज्ञान: जानवरों के शरीर विज्ञान और रोगों का अध्ययन।
- फार्माकोलॉजी: दवाओं के प्रभाव का अध्ययन।
- पैथोलॉजी: रोगों के कारण, निदान, और उपचार का अध्ययन।
- प्रसूति और स्त्री रोग: महिलाओं के स्वास्थ्य और रोगों का अध्ययन।
- बाल रोग: बच्चों के स्वास्थ्य और रोगों का अध्ययन।
- सामान्य चिकित्सा: सामान्य रोगों और स्थितियों का अध्ययन।
- सर्जरी: सर्जिकल प्रक्रियाओं और तकनीकों का अध्ययन।
MBBS के बाद के पाठ्यक्रम
MBBS के बाद, छात्र विभिन्न स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में प्रवेश कर सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
- एमडी (डॉक्टर ऑफ मेडिसिन): यह एक चार साल का स्नातकोत्तर डिग्री प्रोग्राम है जो छात्रों को किसी विशेष चिकित्सा क्षेत्र में विशेषज्ञता प्राप्त करने में मदद करता है।
- पीएचडी (डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी): यह एक तीन साल का स्नातकोत्तर डिग्री प्रोग्राम है जो छात्रों को चिकित्सा अनुसंधान में विशेषज्ञता प्राप्त करने में मदद करता है।
- एमएससी (मास्टर ऑफ साइंस): यह एक दो साल का स्नातकोत्तर डिग्री प्रोग्राम है जो छात्रों को चिकित्सा विज्ञान के किसी विशेष क्षेत्र में प्रशिक्षण प्रदान करता है।
MBBS एक चुनौतीपूर्ण लेकिन पुरस्कृत डिग्री है। यह छात्रों को चिकित्सा के क्षेत्र में एक सफल करियर के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल प्रदान करता है।
MBBS के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न: (FAQ)
1. MBBS क्या है?
MBBS का फुल फॉर्म बैचलर ऑफ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ सर्जरी है। यह एक स्नातक डिग्री है जो चिकित्सा के क्षेत्र में डॉक्टर बनने के लिए आवश्यक है। MBBS डिग्री धारक को चिकित्सा के सिद्धांतों और प्रथाओं में व्यापक ज्ञान और कौशल प्राप्त होता है। वे मानव शरीर के कार्य, रोगों के निदान और उपचार, और सर्जरी में प्रशिक्षित होते हैं।
MBBS डिग्री
2. MBBS में प्रवेश कैसे करें?
MBBS में प्रवेश के लिए छात्रों को निम्नलिखित प्रक्रिया से गुजरना होता है:
- 12वीं कक्षा में भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, और जीव विज्ञान में कम से कम 50% अंक प्राप्त करना।
- NEET (राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा) में उत्तीर्ण होना।
- सामान्य काउंसलिंग में भाग लेना।
NEET एक कंप्यूटर आधारित परीक्षा है जो राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित की जाती है। यह परीक्षा छात्रों की बुनियादी चिकित्सा विज्ञान की समझ का मूल्यांकन करती है। NEET में उत्तीर्ण होने वाले उम्मीदवारों को MBBS में प्रवेश के लिए सामान्य काउंसलिंग में भाग लेने का अवसर मिलता है।
3. MBBS के लिए आवश्यक योग्यताएं क्या हैं?
MBBS में प्रवेश के लिए छात्रों को निम्नलिखित योग्यताएं पूरी करनी होती हैं:
- भारतीय नागरिक होना।
- 12वीं कक्षा में भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, और जीव विज्ञान में कम से कम 50% अंक प्राप्त करना।
- NEET में उत्तीर्ण होना।
- MBBS कितने साल का कोर्स है?
MBBS एक पांच साल और छह महीने का कोर्स है, जिसमें एक साल की इंटर्नशिप शामिल होती है।
4. MBBS के बाद के करियर विकल्प क्या हैं?
MBBS डिग्री धारक विभिन्न चिकित्सा क्षेत्रों में करियर का पीछा कर सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
- चिकित्सक: MBBS डिग्री धारक आमतौर पर चिकित्सक के रूप में काम करते हैं। वे रोगियों का निदान और उपचार करते हैं, और दवा लिखते हैं।
- सर्जन: सर्जन सर्जरी करने में प्रशिक्षित होते हैं। वे चोटों, बीमारियों, और विकारों का इलाज करने के लिए सर्जिकल प्रक्रियाओं का उपयोग करते हैं।
- चिकित्सा विशेषज्ञ: MBBS डिग्री धारक चिकित्सा के विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञता प्राप्त कर सकते हैं, जैसे कि बाल चिकित्सा, स्त्री रोग, और मनोविज्ञान।
- स्वास्थ्य सेवा प्रबंधक: स्वास्थ्य सेवा प्रबंधक स्वास्थ्य सेवा सुविधाओं का प्रबंधन करते हैं। वे कर्मचारियों, बजट, और उपकरणों की निगरानी करते हैं।
5. MBBS कितना महंगा है?
MBBS की फीस कॉलेज के प्रकार और स्थान के आधार पर भिन्न होती है। सरकारी मेडिकल कॉलेजों में फीस निजी मेडिकल कॉलेजों की तुलना में कम होती है। सरकारी मेडिकल कॉलेजों में फीस आमतौर पर 20,000 रुपये से 2,00,000 रुपये प्रति वर्ष के बीच होती है। निजी मेडिकल कॉलेजों में फीस आमतौर पर 50,000 रुपये से 10,00,000 रुपये प्रति वर्ष के बीच होती है।
MBBS एक चुनौतीपूर्ण लेकिन पुरस्कृत डिग्री है। यह छात्रों को चिकित्सा के क्षेत्र में एक सफल करियर के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल प्रदान करता है।